आजादी
तीन रंगों का तिरंगा प्यारा,
नभ में लहराता।
यह हमारी शान शौकत,
आजादी की कीमत बताता।।
हरा रंग है हरी हमारी,
धरती की अंगड़ाई।
केशरीया बल पौरुष भरने वाला,
श्वेत रंग है सच्चाई।।
चक्र हमेशा यह कहता,
रूको न चलते जाओ।
अपनी कामयाबी का,
तुम परचम लहराओ ।।
आजादी के खातीर वीरों ने,
अपने प्राण गंवाए।
कुछ याद उन्हें भी कर लें,
जो लौट के घर नहीं आए।।
आज़ादी के हम उत्सव,
आए प्रत्येक वर्ष मनाएं।
झुकने नहीं देंगे इसे हम,
हम सब एक हो जाएं।।
सभी धर्मों के लोग मिलकर,
धर्म निरपेक्ष राष्ट्र बनाएं।
हम सभी है भाई भाई,
एक दूसरे को बताएं।।
धरती मां की सेवा में,
जवानों ने अपनी ताकत लगाया।
अपनी प्राण हथेली पर रखकर,
भारत मां की इज्ज़त बचाया।।
हम भी एकता का परिचय देकर,
जवानों का मनोबल बढाएं।
आजादी के जश्न को,
आओ प्रत्येक वर्ष मनाएं।।
अशोक कुमार
न्यू प्राथमिक विद्यालय भटवलिया
नुआंव कैमूर