Site icon पद्यपंकज

आओ करें वन की रखवाली-रानी कुमारी

आओ करें वन की रखवाली

छोटे-छोटे, बड़े-बड़े
पेड़-पौधे हरे-भरे
जीव-जगत के रखवाले
धरती माँ के ये गहने सारे।

पशु-पक्षियों ने पेड़ों पर
अपना घर बसाया है
तपती धूप में हमें भी
आँचल तले सुलाया है।

खट्टे-मीठे फल रसीले
रंग-बिरंगे फूल अलबेले
कंद-मूल की बात क्या
अनाजों की ढ़ेर लगाया है।

स्वार्थ में अंधे हम
पेड़ों का करते सफाया
खुद ज्ञानी कहलाएँ
पर इतना समझ न आया।

बढ़ते प्रदूषण
घटती हरियाली
संकट में धरा हमारी
आओ करें वन की रखवाली।

रानी कुमारी
पूर्णियाँ बिहार

0 Likes
Spread the love
Exit mobile version