बच्चों ये है तेरे अधिकार
कानून में बना सबके लिए
अपना अपना अधिकार,
पेड़-पौधे, जीव जंतु या
नौकरी हो या कोई व्यापार,
उसी तरह तुम बच्चों का भी
होता है अपना अधिकार,
जिसे छीन नहीं सकता कोई
चाहे वह कोई अमीर हो या हो
तुम्हारा अपना ही परिवार,
आओ बच्चे ! हम जाने क्या होते हैं
तुम्हारे अधिकार,
अधिकार तो कई होते हैं
पर उन्में मुख्य होते चार
पहला अधिकार की बात करें तो वह है
जीवन जीने का अधिकार
तुम लड़की हो या लड़का
बिना भेदभाव के घर से लेकर
अच्छे स्वास्थ्य जीवन जीने का तुम्हें अधिकार,
दोनों को एक जैसा प्यार मिले
ये भी हैं तुम्हारे अधिकार,
जन्म के बाद पंजीकरण, टीकाकरण से लेकर तुम्हें राष्ट्रीयता का पूर्ण होता है अधिकार।
दूसरा अधिकार है
संरक्षण का अधिकार
इस अधिकार में तुम्हें अधिकार होता
अपने परिवार के साथ रहने का अधिकार,
आर्थिक या शारीरिक शोषण से बचने का अधिकार,
किसी को हक नहीं जो करें
तुमसे दूर व्यवहार ,
माता पिता के रहते हैं बिना आज्ञा,
किसी को गोद लेने का नहीं होता अधिकार
तीसरे अधिकार की बात करें तो वह है
विकास का अधिकार
इसकी जिम्मेदारी निभाते माता-पिता और सरकार,
पौष्टिक और पर्याप्त भोजन मिलने का तुम्हें होता है अधिकार,
खेलकूद में भाग लेकर
शारीरिक विकास का तुम्हें होता पूरा अधिकार।
अब आता है चौथा अधिकार
सहभागिता का अधिकार
इसमें तुम्हें अपने विचार मौखिक और लिखित रखने का हैं अधिकार,
हर धर्म जाति के साथ मित्रता
बनाने का है तुम्हें अधिकार,
हर क्षेत्र में तुम्हें भाग लेकर
अपने भविष्य को निखारने का अधिकार,
बच्चों तुम भी समझो और औरों
को भी समझाओ क्या होते हैं तुम्हारे अधिकार
तुम ही देश के भविष्य हो
करो अपने उज्जवल भविष्य के सपने को साकार।।
✍️प्रियंका कुमारी ✍️
प्राथमिक विद्यालय रहिया टोल
बायसी पूर्णिया (बिहार)