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बापू एक सुविचार-लवली वर्मा

बापू एक सुविचार

बदलती जिससे जीवन की दिशा,
बापू तुम हो ऐसा विचार।
अहिंसा के पथ पर चलकर,
तुमने किये हैं चमत्कार।
बापू तुम हो ऐसा विचार।।

देख तेरी कर्मयात्रा,
मिलती हमें है प्रेरणा।
भावों में आता परिवर्तन,
हृदय में भरती करुणा।
बापू तुम हो ऐसा विचार।।

जीवन के षडरिपु का,
पाठ तुमने ही पढ़ाया।
काम-क्रोध-लोभ-मद-मत्सर,
मोह से रहित कराया।
बापू तुम हो ऐसा विचार।

सत्य-अहिंसा के पथ पर चलना,
तुम से ही तो सीखा है।
जीवन के हैं, सात पापकर्म ,
तुमने ही तो लिखा है।
बापू तुम हो ऐसा विचार।।

धन्य हुई यह भारतमाता,
पाकर ऐसी संतान।
धन्य हुए हम भारतवासी,
राष्ट्र को है अभिमान।
बापू तुम हो ऐसा विचार।।

लवली वर्मा
प्राथमिक विद्यालय, छोटकी रटनी
हसनगंज, कटिहार

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