Site icon पद्यपंकज

धन्यवाद करूँ प्रभु तेरा-मधुमिता

 

धन्यवाद करूँ प्रभु तेरा

 परमपिता परमात्मा
कहे ये मेरी आत्मा
धन्यवाद करूँ प्रभु तेरा।

मन में ज्योत जगाया,
मुझको गले से लगाया।
सच की राह दिखाया,
जीवन जीने की कला सिखाया।
विकारों के जाल से छुड़ाया।

मेरे परमपिता परमात्मा
कहे ये मेरी आत्मा
धन्यवाद करूँ प्रभु तेरा।

खेवैया बन किया,

हमारी जीवन नैया को पार।
हम हैं मिट्टी प्रभु, आप हो हमारे कुम्हार।
ज्ञान की राह दिखाकर,

किया जो हमपे उपकार।
सबसे अनूठा, सबसे निराला

प्रभु है, तेरा प्यार।
अपना बनाकर मुझे प्रभु

किया आपने जो उपकार।
जब से मिले हो आप प्रभु,

जीवन बना मेरा उपहार।

मेरे परमपिता परमात्मा
कहे ये मेरी आत्मा
धन्यवाद करूँ प्रभु तेरा।

मधुमिता
मध्य विद्यालय सिमलिया
बायसी पूर्णिया बिहार

0 Likes
Spread the love
Exit mobile version