Site icon पद्यपंकज

ज्ञान के दीपक- सुरेश कुमार गौरव

शिक्षक हैं वो दीप प्रखर, जो तम को हरने आते,

ज्ञान-ज्योति की लौ बनकर, जीवन राह दिखलाते।

संस्कारों की निधि महान, वे मन में दीप जलाते,

सच्चे पथ की सीख सदा, हर शिष्य को सिखलाते।

स्वार्थ-रहित उनका समर्पण, आगे सबको बढ़ाते,

संघर्षों से न घबराना, ये साहस भी बतलाते।

सपनों को आकार दे, उम्मीदों को रंग भराते,

मेहनत, धैर्य, दया-प्रेम का अमृत भी बरसाते।

कर्तव्यपथ के रथ-सवार, सच्ची सेवा निभाते,

ज्ञान-व्रत में लीन सदा, कर्म-सुमन वे खिलाते।

मान-सम्मान से ऊपर उठ, जो सेवा में रम जाते,

ऐसे गुरु को शत्-शत् नमन, जिनसे ज्ञान बढ़ाते।

सुरेश कुमार गौरव

प्रधानाध्यापक, उ.म.वि. रसलपुर, फतुहा, पटना (बिहार)

0 Likes
Spread the love
Exit mobile version