हमारी प्रतिभा हमारी पहचान
अटल जी का 25 दिसंबर 1924 को
ग्वालियर में ब्रह्ममुहुर्त में जन्म हुआ,
पुत्र के खुशी में घरवालों ने
फूल की थाली बजाना शुरू किया,
इसी दिन ईशा मसीह का भी जन्म था
सभी भक्तों ने खुशियाॅ॑ मनाई थी।
इनके पिता पंडित कृष्ण बिहारी वाजपेयी थे
जो हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत
के थे महान कवि,
बाबा इनके श्याम लाल वाजपेयी थे
जिन्हौंने इनका नाम रखा अटल बिहारी वाजपेयी,
माता इनकी ममतामई कृष्णादेवी
जो इनको अटल्ला कहकर पुकारती थी।
ये थे भारत के पहले प्रधानमंत्री
जिसने अपनी शादी नहीं की
ये हीं एक ऐसे प्रधानमंत्री हैं
जिनके जन्म दिन और मृत्यु दिन पर
दी जाती है 31 तोपों की सलामी।
ये भारत के 10वें प्रधानमंत्री थे
3 बार प्रधानमंत्री का पद भार मिला,
इनका किसी से नहीं कोई झगड़ा
और न किसी से कोई शिकवा गिला।
ये थे सच्चे प्रधानमंत्री
और थे एक अच्छे महान कवि,
इनकी लिखी 13 कविता संग्रह
और इनको नौ पुरस्कार मिला।
ये थे न्यायप्रिय प्रधानमंत्री
जिन्हौंने देश के लिए किए कठिन से कठिन वो काम किते।
इनका बना हुआ ये नारा है
जय जवान, जय किसान और जय विज्ञान।
देश के लिए ये जीते थे
और देश के लिए ये मरते रहे,
थक गए काम करते-करते ये
2005 में ये राजनीति से संन्यास लिये।
16 अगस्त 2018 को
आए धर्मराज इनके पास,
गोदी में बैठाकर इनको
ले गए ईश्वर के पास।
ये थे मानव रूप में देवता
हम सब भारत वासी मिलकर
करते हैं इनको शत्-शत् बार नमन।
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जय हिन्द, जय हिन्द, जय हिन्द
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नीतू रानी “निवेदिता”
पूणि॔याॅ॑ बिहार