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हे शुभंकरी -रामकिशोर पाठक

Ram Kishor Pathak

हिंदी - किशोर छंद

हे शुभंकरी

सुधा त्रिधा त्वम् गायत्री।
सती शिवा त्वम् सावित्री।।

त्वयि नंदजा राधा त्वम्
भक्तवत्सला आद्या त्वम्
आदिशक्ति शक्ति दात्री।
सती शिवा त्वम् सावित्री।।

रसे रूपे च गंधे त्वम्
कणांकणे रमे त्वम्
सृष्टि इयम् त्वमेव धात्री।
सती शिवा त्वम् सावित्री।।

भुक्ति मुक्ति त्वमेव जननी
त्वमेव सर्वा अरिष्ट हननी
वंदे त्वमेव हे कालरात्रि
सती शिवा त्वम् सावित्री।।

अखंड खंड खंडिनी
शुंभ-निशुंभ मर्दिनी
कुरू मे जीवने जात्री
सती शिवा त्वम् सावित्री।।

शोकहारी हे भयंकरी
कृपां देहि मे शुभंकरी
त्वमेव माता सिद्धिदात्री
सती शिवा त्वम् सावित्री।।

रचयिता – राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978

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