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कारावास में जन्मे मुरारी-मधु कुमारी

Madhu

करावास में जन्मे मुरारी

कारी अंधियारी रात में जन्मे थे मुरारी
कारावास भी खुल गया और खुल गई
…………..बेड़ियाँ सारी……………..

देख कान्हा की सांवली मोहिनी मूरत
धन्य हुए वसुदेव संग देवकी दुलारी
कंस के आतंक के अंत की अब
………..करनी है तैयारी……………

जन जन के जीवन में आई खुशियां सारी
घनघोर घटाएं छाई यमुना मैया भी छूने
…….तारण के चरणन को उतराई……..

शेषनाग की फन छतरी बन कान्हां पर छाई
देख लल्ला को प्रकृति ने भी ली थी अंगड़ाई
सब मिल आए यशोदा मैया को देने बधाई

गोकुल में चहुँ ओर हर्षोल्लास अनुपम है छाई
जग के उद्धार करने को देखो आ गए पालनहार
देख तारणहार के अलौकिक छवि को डर गए
………………सब अत्याचारी……………….

इसलिए तो कारी अंधियारी रात में जन्मे थे मुरारी
खुल गए भाग्य जन जन के जब जन्म लिए बनवारी
……….जय हो बनवारी….

……….जय हो बनवारी………..

मधु कुमारी
कटिहार

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