माँ शारदे
माँ शारदे हम करे तेरी वंदना
दया करना हम करे तेरी आराधना।
विद्या की तू है अधिष्ठात्री
करे तेरी वंदना दिवा व रात्रि।
शुद्धता का प्रतीक है तेरी सवारी
माँ विनती सुन लो हमारी।
प्रज्ञा व सरगम की तू है देवी
प्रभाशीष तू झोली में भर दे।
माँ शारदे हम करे तेरी वन्दना
दया करना हम करे तेरी आराधना।
सादगी से हमे तू रहना सिखा दे
संगीत से हमे तू प्रेम करा दे।
हम है नादान बालक तेरे
विद्या मोहि दो माँ
विद्या मोहि दो माँ।
जग का हम सम्मान पाये
माँ हम कुछ कर दिखाये
माँ हम कुछ कर दिखाये।
माँ शारदे हम करे तेरी वंदना
दया करना हम करे तेरी आराधना
दया करना हम करे तेरी आराधना।
शब्द रचना एवं स्वर:-
अवनीश कुमार
उत्क्रमित मध्य विद्यालय अजगरवा पूरब
प्रखंड :- पकड़ीदयाल
जिला:- पूर्वी चंपारण ( मोतिहारी)
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