मेरी प्यारी बटिया रानी
ओ! मेरी प्यारी बिटिया रानी,
तुम तो मेरी राजदुलारी हो।
पापा की तुम प्यारी बिटिया,
घर की तुम शोभा न्यारी हो।
तुम तो हो परियों की रानी,
तुम तो मेरी राज कुमारी हो।
बनोगी जिस घर की महारानी,
अभी तो तुम लाज हमारी हो।
ओ! मेरी प्यारी बिटिया रानी,
तुम तो मेरी राज दूलारी हो।
तुम तो——————–
जन्म हुए जिस दिन तुम्हारे,
हर्षित हुए थे जो मन हमारे।
पुलकित मन कहा हमारे,
लक्षमी माता मेरे घर पधारे।
फूल खिले थे उपवन में सारे,
प्रकृति के जैसे सुन्दर नजारे।
तुम तो राजनंदनी हमारी हो,
ओ! मेरी प्यारी बिटिया रानी।
तुम तो मेरी राज दूलारी हो।
तुम तो———————
घर की शोभा सारी तुझसे है,
तुझ पर ममता मेरी बरसे है।
प्रेम-सुधा तुझपर ही सरसे है,
तुझे देख मेरा मन हर्षे है।
तुझे न देखूँ तो मन तरसे है।
कहीं जाये तू तोनैना बरसे है,
सच में तुम जान हमारी हो।
ओ! मेरी प्यारी बिटिया रानी,
तुम तो मेरी राज दुलारी हो।
तुम तो——————
तुमसे है घर की शोभा प्यारी,
सबके लिए तू है बड़ी न्यारी।
सुन्दरता है तेरी अपरम प्यारी,
ऑंखे गुडिया जैसी तुम्हारी।
वर दे सरस्वती हंस सवारी,
विद्या से झोली भरी तुम्हारी हो।
ओ! मेरी प्यारी बिटिया रानी,
तुम तो मेरी राज दूलारी हो।
तुम तो——————-
ननिहाल की जान हो तुम,
ददिहाल की शान हो तुम।
मेरी तो जीवन प्राण हो तुम,
अनमोल सी वरदान हो तुम।
पवित्रता की बखान हो तुम,
उपहारों में महान हो तुम।
लुटाती मुझ पर इच्छा सारी हो
ओ! मेरीप्यारी बिटिया रानी,
तुम तो मेरी राज दूलारी हो।
तुम तो——————-
पढ़-लिख एक काम करो तुम,
देश का ऊँचा नाम करो तुम।
अच्छी संगति साथ रहो तुम,
जीवन में खुशी पाते रहो तुम।
नहीं कभी भी दुखी रहो तुम,
सही सलामत सदा रहो तुम।
सच में तुम सबला नारी हो,
ओ! मेरी प्यारी बिटिया रानी,
तुम तो मेरी राज दूलारी हो।
तुम तो——————–
रीना कुमारी
प्रा० वि० सिमलवाड़ी पशिचम टोला
बायसी पूर्णियॉ बिहार