आओ भारतवासी मिल कर
ज़न-ज़न का आह्वान करें,
नव गति, नव लय, गीत नया हो
नव भारत का निर्माण करें।
निर्माण करें हम उस युग का
जिसमें ज़न-ज़न का उत्थान हो,
हर मन निश्छल प्रेम पूर्ण
मेरे भारत की पहचान हो।
न भेद भाव न जात-पात का
किस्सा सरे बाजार हो,
न कटु वचन, न नीच चलन
न कपट न व्याभिचार हो ।
विश्व पटल पे देश हमारा
सत कर्मों की पहचान हो,
एक ही गूंज, बस एक ही नारा
भारत भूमि महान हो।
बिन्दु अग्रवाल शिक्षिका
मध्य विद्यालय गलगलिया
किशनगंज बिहार
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