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राष्ट्रपिता बापू महान-रीना कुमारी

राष्ट्रपिता बापू महान

महात्मा गाँधी भारत के ‘राष्ट्रपिता’ महान,
परिचय देना सूर्य को दीया दिखाने समान,
थे उनके कार्य ऐसे, बनी विशिष्ट पहचान,
याद रहेंगे, जब तक रहे सूरज और चाँद,
वो थे भारत के सच्चे संतान,
साथ थे उनके हजारों वीर जवान,
नाज करें उन पर सारा जहान।

२ अक्टुबर का दिन था ऐसा महान,
पैदा हुए ऐसे क्रांतिकारी महान,
अहिंसा धर्म कोअपनाने वाले युग पुरुष निष्ठावान,
ऐसे धीर प्रर्वतक जिसे राष्ट्र ने दिया बापू का नाम।
जिन्हें हम सभी करते शत् शत् प्रणाम।

भारत का था उस समय ऐसा विचित्र हाल,
जिसे गाँधी ने सँवारा, किया खुशहाल,
नमक सत्याग्रह पर बैठे थे, भारत के लाल,
अंग्रेजों से थे जिनके टक्कर बेमिशाल,
साबरमति के संत जिन्होंने कर दिया कमाल।

सत्य अहिंसा के थे पुजारी,
पर कभी अपनी हिम्मत न हारी,
‘भारत छोड़ो आंदोलन’ दिया नारा,
अंग्रेजों के चंगुल से देश को आजाद कराया,
पर सत्ता का लोभ तनिक न भाया,
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति का न कोई पद पाया,
शांति का दूत वो संत ‘बापू’ कहलाया |

रीना कुमारी (शिक्षिका)
प्रा० वि० सिमलवाड़ी पशिचम टोला
पूर्णियाँ
बिहार

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