सबसे बड़ा उत्सव
कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है आई,
हर सुहागन अपने पति की लंबी उम्र की करती है दुहाई।
शुभ दिन चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी है आई,
दीर्घायु एवं अखंड सौभाग्यवती वर पाई।।
भालचंद्र गणेश जी सुनिए मेरी पुकार,
मैं सदा सुहागन रहूं दीजिए यह वरदान।
निर्जला व्रत करूं रहूं मैं उपवास,
हर सुहागन की है यही आस।।
माता पार्वती मुझपर करना उपकार,
हमेशा करता रहूं यह त्यौहार।
शिव जी मेरे संकटों को दूर करना,
सदा सुहागन का मुझे वरदान देना।।
हर पत्नी अपने सुहाग की करती है त्यौहार,
पति का जीवन दीर्घायु बने करती है पुकार।
उनका जीवन निर्मल बने उच्च हो विचार,
सदा प्रभु तेरा गुणगान करू मुझपर पर करना उपकार।।
अशोक कुमार
न्यू प्राथमिक विद्यालय भटवलिया
नुआंव कैमूर
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