शिक्षा शिक्षक : गुरु ज्ञान
शिक्षा का पहला ज्ञान
सर्वप्रथम देती “माता महान”
और बतलाती हमको जीवन में
गुरूवर का स्थान
करना सदैव उनका सम्मान
शिक्षा पाकर उनसे
तनिक न करना तुम अभिमान
पाकर उनसे शिक्षा का दान
सदैव मिलेगा जग में सम्मान
गुरुवर पूज्य है होते महान
रखना सदैव इसका तुम ध्यान
अंधेरे जीवन में अक्षर का दीप जलाना
उज्ज्वल भविष्य में सूरज चमकना
किया नित्य निरंतर गुरुवर ने यह काम
इसलिए देखो बच्चों, तुम न करना
कभी उनका अपमान
बनना सदैव शिष्य एकलव्य जैसे महान
हो जिससे जग में, तुम्हारा भी गुणगान
है गुरु शिष्य संबंध महान
देकर अपना वो दिव्य ज्ञान
देते जग जीवन में पहचान
जन जन करता है जिनका सम्मान
होते हैं वो शिक्षक महान
करते सदैव निःस्वार्थ
हमारे भविष्य का निर्माण
ऐसे गुरु को हम क्या बच्चों
प्रभु भी करते सदैव प्रणाम ।🙏
मधु कुमारी
उ. म. वि.भतौरिया
बलुआ, हसनगंज
कटिहार