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तिरंगा-मनु कुमारी

तिरंगा

तीन रंगों का अपना झंडा
नाम है इसका प्यारा “तिरंगा”
तीन रंगों का है गुण विशेष
इन गुणों को धरें हम रखें न द्वेष।
केशरिया बल भरने वाला,
दुश्मनों के दांत जो खट्टे कर दे
साहस, शौर्य का प्रतीक है “तिरंगा”।
सादा रंग है सच्चाई का
प्राण भले चले जायेंगे लेकिन
झूठ का दामन हम न पकड़ें
सदाचार का पालन करके
अपना जीवन पवित्र बनायें।
सच्चाई और पवित्रता का
प्रतीक हमारा प्यारा तिरंगा।
हरा रंग है हरी हमारी
धरती की कोमल अंगराई
पेड़ हम अधिक से अधिक लगायें
पर्यावरण को स्वच्छ बनायें।
धरती माँ की हरियाली का,
सुंदर सा है रंग तिरंगा।
जीवन में बढते हीं जाना
कभी नहीं तू पीछे मुड़ना
कहता है ये “चक्र” सदा हीं।
चक्र के चारों ओर है तिली
जिनकी संख्या चौबीस होती
दिन रात में चौबीस घंटे
कहता है ये प्यारा तिरंगा।
देश का है आन तिरंगा,
हम सबका है, मान तिरंगा।
विश्व विजय का प्रतीक तिरंगा।
मातृभूमि का तन-मन-धन हैं,
मेरा तो अभिमान तिरंगा।

स्वरचित:-
मनु कुमारी
प्रखण्ड शिक्षिका
मध्य विद्यालय सुरीगाँव
पूर्णियाँ, बिहार

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