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तिरंगा-नूतन कुमारी

तिरंगा

हमारे देश की शान है तिरंगा,
अमिट पहचान है तिरंगा।
शहीदों का बलिदान है तिरंगा,
माँ की मधुर मुस्कान है तिरंगा।

जालियांवाला बाग है तिरंगा,
क्रांतिकारी पावन आग है तिरंगा।
सत्य का प्रकाश है तिरंगा,
अटूट विश्वास है तिरंगा।

भागवत का श्लोक है तिरंगा,
बाईबिल का आलोक है तिरंगा।
हिमगिरि का वरदान है तिरंगा,
जन-गण-मन का गुणगान है तिरंगा।

नदियों का त्रिवेणी रुप है तिरंगा,
सावन मास की खिलती धूप है तिरंगा।
हमारे भाग्य का भगवान है तिरंगा,
वेदों-सा पावन ज्ञान है तिरंगा।

स्वर्ग-सा सुंदर कश्मीर है तिरंगा,
कन्याकुमारी का नीर है तिरंगा।
गाँधी जी का अरमान है तिरंगा,
हमारे देश का सम्मान है तिरंगा।

नूतन कुमारी
डगरुआ, पूर्णियाँ
बिहार

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