आ जा डमरू वाले आ जा
बैल सवारी करके आ जा।
डम डम डम जब डमरू बोले
बंद हृदय के पट को खोले।
बाबा भोले शंकर आ जा
अपनी डमरू आज बजा जा——-
मन मेरा है बना शिवाला
रहते इसमें डमरू वाला।
इन नैनों की प्यास बुझा जा
भोले डमरू वाले आ जा —
रोम रोम हो मेरा ताज़ा
खोलो नाथ सभी दरवाजा
मुझपर स्वामी नेह लुटा जा
शंभू भोले शंकर आ जा——-
माया ठगनी जाल बिछायी
मुझको अपने साथ नचायी।
डम डम डमरू नाथ बजा जा
अंधियारे को दूर भगा जा——-
महल छोड़ जंगल में आयी
नाथ नाथ मैं नाथ बुलायी।
मुझको दाता राह दिखा जा—
मन जोगन है लाज बचा जा।
मीरा सिंह “मीरा ”
राजापुर हाई स्कूल अर्जुनपुर सिमरी , बक्सर
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