नारी क्यों मजबूर हुई
जब उसपर अत्याचार क्रूर हुई,
तभी नारी मजबूर हुई।
नारी पर पुरुषों का बज्र प्रहार,
नारी खाती रही पुरुषों की मार।
नारी पर बदनामी की दाग,
पुरुषों ने लगाई नारी की देह में आग।
नारी सहती रही सबकी बोली ,
नारी को खिलायी गई जहर की गोली।
नारी जब दुःख से दुःखी हुई,
तभी नारी मजबूर हुई।
नारी पर दहेज हत्या काण्ड,
फाँसी देकर ली गई उसकी जान।
नारी पर घरेलू अत्याचार,
नारी पर एक से एक प्रहार।
सिर्फ नारी के लिए बनी है शिक्षा,
जब मन तब नारी से ली जाती परीक्षा।
सबके सामने है एक प्रमाण ,
माँ सीता पर है हमें अभिमान।
जब नारी अत्याचार सह न सकी,
तभी नारी मजबूर हुई।
नीतू रानी
स्कूल -म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ बिहार।
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