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पढ़ाई -दीपा वर्मा

Deepa verma

दुहाई है दुहाई
हाय ये पढ़ाई ।
कभी नन को नही भाए
यह जालिम पढ़ाई ।
मम्मी कहती..पापा कहते
दादी कहती..दादा कहते
समी कहते, पढो पढ़ो।
खेलकूद हो गया मुश्किल
आई है परीक्षा की घङी ।
टीवी बंद है…,घूमना बंद है
सबको है बस पढ़ाई की पङी।
वर्ग मे भी चलती है अब खूब टीचर की छङी।
याद करो.,पढ़ो लिखो
.कोई नही कहता खेल-कूदो ..आराम करो.।
दुहाई है दुहाई
हाय रे ये पढ़ाई ।
पढ़ाई हो गई , मन का बोझ
.हमे भी तो है…मस्ती करना
अरे भाई ,कोई तो सोच।

दीपा वर्मा
रा.उ.म.वि.मणिका
मुजफ्फरपुर।

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