पुस्तक है हम सबका साथी
पुस्तक है हम सबका साथी ,
ज्ञान विज्ञान की है यह बाती ।
नया सवेरा हमें है लाना ,
पुस्तक से नित ज्ञान है पाना ।
यह जीवन में खुशियाली लाए ,
नया नया यह ज्ञान सिखाए ।
खेलें कूदें , मस्ती कर लें ,
पुस्तकों से हम दोस्ती भी कर लें ।
यह दोस्ती सुंदर सपने सजाए ,
नवल धवल यह रूप दिखाए ।
जीवन को यह ज्ञान से भर दे ,
अज्ञानता को यह बिल्कुल हर ले ।
स्वर्ग वहाँ ; जहाँ पुस्तक होती ,
कभी नहीं यह विपदा बोती ।
सारे पुस्तक ज्ञान के सागर ,
यह थोड़े में ही भरता गागर ।
हर पुस्तक से कुछ ज्ञान ही पाते ,
ये जीवन में बड़े काम हैं आते ।
अच्छी पुस्तक पढ़ें पढ़ाएँ ,
इसे पढ़कर नित ज्ञान बढ़ाएँ ।
यह सुख , संपदा हमेशा घोले ,
फिर जीवन कभी विपदा नहीं तोले ।
यह उचित अनुचित का ज्ञान कराए ,
सदा हम सबका अज्ञान मिटाए ।
पुस्तक पढ़ने बैठ जब जाते ,
सब कुछ जीवन में मंगल ही पाते ।
पुस्तक को हम सब गले लगाएँ
मम्मी पापा यही रोज बताएँ ।
अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर

