बहना हाल बताना- गीत
राखी का त्यौहार निकट है, बहना हाल बताना।
रचनाओं से बांँध सको तो, रचना दें नजराना।।
बहना हाल बताना..
भाई-बहन प्रेम को वंदन, करता है जग सारा।
हँसी ठिठोली मस्ती वाली, रिश्ता यह है प्यारा।।
सावन पावन शुभ सुंदर है, थोड़ा सा इठलाना।
रचनाओं में बाँध सको तो, रचना दें नजराना। बहना…
रिश्ता है हमजोली जैसा, जो पावन है होता।
सावन जिसकी याद दिलाता, वह मनभावन होता।।
बगिया अपनी हरी भरी हो, प्रेम पुष्प विकसाना।
रचनाओं में बाँध सको तो, रचना दें नजराना। बहना…
हृदय तार जिजसे जुड़ जाता, सगा संग मुँहबोली।
भाई खुशी-खुशी से चलता, कांधे लेकर डोली।
घर का आँगन राह निहारे, अवसर पाकर आना।
रचनाओं में बाँध सको तो, रचना दें नजराना। बहना…
चाहे रहते सदा कहीं हो, सावन उसे बुलाए।
नेह भरा यह रीत सुहाना, प्रीत सदा उपजाए।।
कभी न सूनी पड़े कलाई, अपना फर्ज निभाना।
रचनाओं में बाँध सको तो, रचना दें नजराना। बहना…
आँच नहीं आएगी तुझपर, भाई करता वादा।
जीवन भर हम ढाल तुम्हारा, बनने करते वादा।।
“पाठक” रक्षा करे हमेशा, समय पर आजमाना।
रचनाओं में बाँध सको तो, रचना दें नजराना। बहना…
गीतकार:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय टालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978

