Site icon पद्यपंकज

भारत की गौरवगाथा हिंदी – गुड़िया कुमारी

 

हमारी राजभाषा है हिंदी,

भारत की गौरवगाथा है हिंदी।

जन -जन की भाषा है हिंदी,

भारत की आशा है हिंदी।

हिन्द देश की आन है हिंदी,

मान, सम्मान, अभिमान है हिंदी।

सीख लें चाहे कितनी भाषा,

हम सबकी पहचान है हिंदी।

सुर, संगीत और तान है हिंदी,

परम्परा की पहचान है हिंदी।

बोले चाहें कितनी भाषा,

हम सबों की तो शान है हिंदी।

सरल, सहज भाषा है हिंदी,

भारत की मातृभाषा है हिंदी।

सरल शब्दों में कहा जाए तो,

जीवन की परिभाषा है हिंदी।

गुडिया कुमारी ‘शिक्षिका’

मध्य विद्यालय बाँक, जमालपुर, मुंगेर

0 Likes
Spread the love
Exit mobile version