Site icon पद्यपंकज

भारत के अतुलनीय गौरव (श्री रामानुजन)- मनु कुमारी

Manu

कोयंबटूर का गांव इरोड वह जहां रामानुजन का जन्म हुआ,
खुशियां फैली गली गली में, घर आंगन गुलजार हुआ।

भारत में की गोद में आया ,सदी का एक सुपुत्र महान।
जिनकी विलक्षण प्रतिभा से चमके देखो सारा हिन्दुस्तान।।

गणित दिवस पर आओ करें हम , गणितज्ञ रामानुजन का गुणगान।
अपने लगन व मेहनत से जिसने, भारत को अतुलनीय गौरव किया प्रदान।।

माता उनकी कोमलताम्मल ,
पिता कप्पूस्वामी श्री निवास।
बचपन मां के साथ बिताए और अधिक रहे उनके पास।।

श्रीनिवास अयंगर रामानुजन , गणित का अद्भुत किया आविष्कार।
जिसकी विलक्षण प्रतिभा से देश में आई नयी बहार।।

बड़े – बड़े समीकरणों को वह पल में कर देता था आसान।
असंभव को भी संभव करता,वह अद्भुत बालक नादान।।

हर्डी भी हो गया अचंभित देखकर उसके सब परिणाम।
महान गणितज्ञ भी करते थे, उसकी योग्यता को सलाम।।

जिसने कक्षा में शिक्षक को उलझाया, गणित को जिसने सरल बनाया।
जीवन के हर मोड़ पे जिसने गणित को अपना मित्र बनाया।

चार हजार प्रमेय के दाता वह थे
श्री रामानुजन महान।
कम उम्र में नाम कमाया,
विश्व में बढ़ाया भारत का मान।।

स्वरचित-
मनु कुमारी
प्रखण्ड शिक्षिका
मध्य विद्यालय सुरीगांव, बायसी, पूर्णियां,बिहार

0 Likes
Spread the love
Exit mobile version