बाल कविता।
मुन्नी रोज आती स्कूल,
लेकिन आज रास्ता गई भूल।
रास्ते में बैठकर रो रही थी,
आँसू से मुख को धो रही थी।
किसी ने कहा उसकी मम्मी से,
उसकी मम्मी का घर था दूर।
मुन्नी रोज आती स्कूल,
लेकिन आज रास्ता गई भूल।
दौड़ी -दौड़ी मम्मी आई,
मुन्नी को गोदी में उठाई।
मम्मी ने स्कूल पहुँचाई,
मेडम ने उसको चाॅकलेट खिलाई।
मेडम को एक से सौ तक, लिखके दिखाई,
एक से सौ तक में कुछ गिनती गई भूल।
मुन्नी रोज आती स्कूल,
लेकिन आज रास्ता गई भूल।
नीतू रानी
स्कूल-म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ बिहार।
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