राष्ट्रध्वज है शान हमारी, लहर-लहर लहराए ,
आजादी की मतवालों की, गाथा कहता जाए।
शौर्य व साहस भरनेवाला, है केसरिया बाना,
त्याग की शक्ति तप के बल को, दुनिया ने है माना,
जब युवा- शक्ति कदम बढ़ाए, जाग उठे तरुणाई,
हर बेटा हो वीर भगत सिंह, बेटी लक्ष्मी बाई।
भारत के गौरव की गरिमा, फिर से याद दिलाए।
राष्ट्रध्वज है शान हमारी, लहर-लहर लहराए।
कृषक, शिक्षक, सैनिक हों हम या, सफल ज्ञानी-विज्ञानी,
स्वदेश- प्रेम को रहें समर्पित, बनकर नवल निर्माणी,
जन-जन को हम याद दिलाएँ, वीरों की कुर्बानी,
सीमा पर मरनेवालों की, अनगिन करुण कहानी।
वीर-शहीदों की सूची में, अमर नाम हो जाए।
राष्ट्रध्वज है शान हमारी, लहर-लहर लहराए।
विश्व-वसुधा कुटुंब हमारी, पुरखों ने सिखलाया,
दु:ख को छलना, शोषित करना, कभी न हमको भाया,
भारत माँ की लाज बचाने, हमने शपथ उठाई,
अत्याचारी डर कर भागे, युद्ध में धूल चटाई |
पुण्य धरा है गौरवशाली, दाग न लगने पाए |
राष्ट्रध्वज है शान हमारी, लहर-लहर लहराए |
रत्ना प्रिया
शिक्षिका (11-12)
उच्च माध्यमिक विद्यालय माधोपुर
चंडी, नालंदा