Site icon पद्यपंकज

वन महोत्सव – नीतू रानी

Nitu

आओ बहना आओ
हमसब मिल पेड़ लगाएँ,
हरे- भरे पेड़ों के बीच
वन महोत्सव मनाएँ,
आओ बहना ——2।
🌳🌴🌲🌳🌴🌳
पर्यावरण को स्वच्छ बनाएँ
फल- फूल अपने दरवाजे लगाएँ,
अगल- बगल कभी गंदगी न फैलाएँ
चलो सखी चलो वन महोत्सव मनाएँ ।
🌳🌲🌴🌳🌴🌲🌳
न रखना गड्ढा टूटा बर्तन में पानी
न आएगी कभी मलेरिया मादा रानी ,
अगल- बगल की करो सफाई
न खाना पड़ेगा तुझे दवाई,
चलो बहना चलो हम स्वच्छता अपनाएंँ
हमसब मिलकर वन महोत्सव मनाएँ।
🌳🌲🌴🌳🌲🌴🌳
पेड़ लगाओ स्वच्छ हवा पाओ
पेड़ों की जड़ फल से जड़ी बूटी बनाओ,
जड़ी बूटी खाकर बीमारी भगाओ
चलो बहना चलो वन महोत्सव मनाएँ
सभी जनों से एक-एक पेड़ लगवाएँ——2।
🌳🌲🌴🌳🌲🌴🌳
कचड़ा कभी नहीं नदी में फेंकना
नदी के पानी को कभी दूषित न करना
कचड़ा वाला पानी होगा दूषित
जो उस पानी को पीएगा होगा कुपोषित,
खोद लेना तुम गड्ढा चंद
कचड़ा तुम उसमें कर देना बंद,
चलो बहना चलो हम स्वच्छता अपनाएंँ
सभी अपने घर- आँगन में पेड़ लगाएँ।
🌳🌲🌴🌲🌴🌳🌲
जब देश में अधिक फैलने लगा प्रदूषण
तभी डाॅक्टर कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी ने 1950में चलाया ये अभियान,
01 जुलाई से 07 जुलाई तक भारत ने इसे वन महोत्सव के रूप में मनाया,
चलो बहना चलो हम सब भी इसे मनाएँ
वन महोत्सव मनाएँ और घर -घर दीप जलाएँ।
🌳🌲🌴🌳🌴🌲🌳
आओ बहना आओ हमसब भी पेड़ लगाएँ
पेड़ लगाकर प्रदूषण मिटाएँ,
पर्यावरण को स्वच्छ सुंदर बनाएँ
शुद्ध हवा पीकर बीमारी भगाएँ,
आओ बहना आओ वन महोत्सव मनाएँ
वन महोत्सव मनाकर सुंदर जीवन बचाएँ ,आओ बहना————2।
🌳🌲🌴🌳🌲🌴🌳


नाम -नीतू रानी
स्कूल -म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ बिहार।

0 Likes
Spread the love
Exit mobile version