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हिन्दी हमारी अस्मिता की पहचान – Vivek Kumar

हिन्दी हिन्दू हिंदुस्तान,

कहते हैं हम सीना तान,

हिन्दी हिंदुस्तान की आन,

है भारत की यही पहचान,

मत भूलो हिंदी को तुम,

नहीं तो हो जाओगे गुम,

हिंदी का हो घर घर मान,

हिंदी है हमसब की जान,

ना करना इसका अपमान,

यही राष्ट्र की आन बान और शान,

हिंदी है माथे की बिंदी, 

भाषाओं का उद्गार है हिन्दी,

एकता की मिशाल है हिन्दी,

भारत की आशा है हिंदी,

हिंदी के तो  क्या है कहने,

यही देशवासियों के गहने,

शब्दों का भण्डार है हिंदी,

जीवन का संचार है हिंदी,

हिंदी हिंदुस्तान की जान है,

हिंदी को जो समझ ले, वहीं तो इंसान है।

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