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दोस्त-मुकेश कुमार

दोस्त

मेरी है हमेशा यह आरजू, मेरा दोस्त हमेशा खुश रहे,
कभी आये न संकट के बादल, किस्मत इतना बुलंद रहे,
हमारी दोस्ती दुनियाँ में एक मिशाल बनी रहे,
आपस में हो चाहे मतभेद, पर दोनों में मनभेद न रहे।

दोस्ती तो ऊपर वाले की सबसे अच्छी देन है,
एक बार सच्चे दिल से कर लो, तो फिर कहाँ चैन है,
हमेशा मन में ख्याल आता है अपने दोस्त का,
फिर चाहे वह समय हो दिन का या फिर रैन है।

अपनी दुनियाँ लगती है प्यारी, जब हो जाती है दोस्ती,
यह तो है ईश्वर का अनमोल तोहफा, नहीं है सस्ती,
एक बार गर दिल से हो जाये किसी से दोस्ती,
फिर सारी खुशियां, कामनाएं हो जाती हैं सस्ती ।

ईश्वर ने प्यार से इस रिश्ते को बनाया है,
जिसने भी की है दोस्ती उसने रब को पाया है,
यह दोस्ती का सिलसिला हमेशा चलता रहे,
हमारी दुनियाँ तो, इसी दोस्ती से जगमगाया है।

मुकेश कुमार

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