गाँव
भारत गाँव का देश है
यहाँ गाँव ही गाँव है,
कच्ची सड़कें हैं
पगडंडियाँ हैं ।
भारत गाँव का देश है
यहाँ विशुद्ध हवाएँ हैं,
शुद्ध पर्यावरण है
हँसती खेलती जिन्दगी है,
जीवन में आनंद-ही-आनंद है ।
भारत गाँव का देश है
गाँव की मिट्टी में
सौन्धी खुशबू है,
खेतों में लहलहाते
फसल हैं ।
भारत गाँव का देश है
चारो ओर हरियाली है,
हवा के झोंके में
मन्द-मन्द मुस्कान है,
यही मुस्कान जीवन का आधार है ।
भारत गाँव का देश है
हर आदमी में यहाँ
बंधुत्व का भाव है,
दिखता यहाँ जैसे
अपनेपन का मिसाल है ।
भारत गाँव का देश है
है संस्कार जीवित यहाँ पर
होता बड़ों का आदर सम्मान है,
दादा-दादी, नाना-नानी
को, मिलता यहाँ सम्मान है ।
भारत गाँव का देश है
हर छोटे, बड़ों का
पैर छूकर लेते आशीर्वाद हैं,
यही संस्कार है
यही संस्कार है ।
भवानंद सिंह
रानीगंज, अररिया
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