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गौरवशाली बिहार-सत्यम कुमार

गौरवशाली बिहार

मगध का मौर्य चन्द्रगुप्त हूँ,
लिच्छवियों की वैशाली हूँ,
आर्यभट्ट का दशमलव हूँ मैं,
चाणक्य, अशोक, बिहारी हूँ।
रश्मिरथी अंगराज कर्ण हूँ,
माँ मैथिली की मिथिला हूँ,
महावीर की जन्मभूमि हूँ,
बौद्ध विहारों से निकला हूँ।
नालंदा का ज्ञान पुंज हूँ,
याज्ञवलक्य और गार्गी हूँ,
शंकराचार्य ने लोहा माना
मण्डन की उभयभारती हूँ।
गुरु गोविंद की जन्मस्थली,
सिद्धार्थ का बुद्ध ज्ञान हूँ,
मैं चिरांद हूँ नवपाषाण का,
जनक का विदेह महान हूँ।
गंगा, कौशिकी, सोन, बागमती
कमला, पुनपुन, सदानीरा हूँ,
सोने की चिड़िया भारत है,
सदियों से इसका मैं हीरा हूँ।
जरासंध का वज्रगृह मैं,
राजेन्द्र प्रसाद का सारण हूँ,
सत्याग्रह का प्रथम प्रयोग मैं,
गाँधी का प्यारा चम्पारण हूँ।
मधुबनी की चित्रकला हूँ,
मिथिला का पान, मखान हूँ,
भागलपुर का रेशम मैं हूँ ,
शेरशाह का सासाराम हूँ।
विद्यापति और गोनू झा हूँ,
वाल्मीकि की रामायण हूँ,
शल्यजनक सुश्रुत हूँ मैं
कामसूत्र वात्स्यायन हूँ।
दिनकर, रेणु, खत्री, नागार्जुन ,
आरसी, शास्त्री, नेपाली हूँ,
मैं बिस्मिल्ला की हूँ शहनाई,
वैशाली की आम्रपाली हूँ।
आरा का मैं वीर कुँवर सिंह,
जय जवान जय किसान हूँ,
पितृपूज्य गया विष्णुपद,
छठ महापर्व महान हूँ।
जेपी, श्रीकृष्ण, कर्पूरी, अनुग्रह,
उदित, आनंद कुमार हूँ,
मैं धर्मों की जन्मस्थली,
गौरवशाली बिहार हूँ।

©सत्यम कुमार
मध्य विद्यालय पटियासा उर्दू
प्रखण्ड- बोचहां
जिला- मुजफ्फरपुर

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