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गुरुवर तुझे नमन-लवली वर्मा

गुरुवर तुझे नमन

न आपसा है कोई श्रेष्ठ,
करते हैं हम आपका सम्मान।
धन्य हो जाता हमारा जीवन,
पाकर आपसे ज्ञान।
है नमन तुझे हे गुरुवर।

आप हीं हो राष्ट्र का स्तंभ,
बिन आपके न हमारा आधार।
करते हमारा चरित्र निर्माण,
दूर करते सारे विकार।
है नमन तुझे ————।

जहाँ सजते हम जैसे पुष्प,
आप हो उस बगिया के माली।
न हमारा है कोई रूप रंग,
आप हीं से मिलता हमें स्वरूप।
है नमन तुझे —————।

आपकी है एक विशिष्ट पहचान,
आप हीं हो ज्ञान का सागर।
भविष्य हमारा उज्ज्वल करते,
हमें शिक्षा का पाठ पढ़ाकर।
है नमन तुझे ————-।

जीवन निर्वाह का असली तरीका,
आप हीं तो सिखलाते गुरुवर।
उचित मार्ग पर ले जाते हमको,
जीवन की दशा-दिशा बदलकर।
है नमन तुझे————।

करना आपको परिभाषित,
है इतना भी सरल नहीँ।
आपके गुणों का खान बताकर भी,
रह जाते हैं शेष शब्द कहीं।
है नमन तुझे, हे गुरुवर।

लवली वर्मा
प्राथमिक विद्यालय छोटकीरटनी
हसनगंज, कटिहार

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