Site icon पद्यपंकज

मेरे पापा-मुकेश कुमार

Mukesh

मेरे पापा

मेरे पापा हैं बहुत प्यारे से,
मुझे लगते हमेशा न्यारे से।

बचपन से ही इनका प्यार मिला,
मुझे नहीं है इनसे कोई गिला।

बचपन में इनसे बहुत डरा करता था,
फिर भी प्यार बहुत उनसे करता था।

बचपन से अब तक इनके छाया में रहता हूँ,
इनको हमेशा खुश रखूँ, यह प्रयास करता हूँ।

मेरे बच्चे भी हैं प्यारे से, पापा को लगते हैं न्यारे से। 

पापा जब इन्हें खूब प्यार करे,
मुझे उस समय बहुत आनंद मिले।

पापा को मैं भी बहुत प्यार करता हूँ,
हमेशा यह स्वस्थ रहें, खुश रहें,
यही प्रार्थना हर बार करता हूँ।

हर दिन यही कामना करता हूँ,
सबके पिता खुश रहें, सबको प्यार करे,
यह ईश्वर से बारम्बार कहता हूँ ।

मुकेश कुमार

0 Likes
Spread the love
Exit mobile version