Site icon पद्यपंकज

विजयोत्सव दिवस -नीतू रानी

विषय -विजयोत्सव दिवस।
शीर्षक -अंग्रेजों से लड़ते रहे।

बाबू वीर कुंवर सिंह

वीर कुंवर सिंह का असली नाम
बाबू वीर कुंवर सिंह था,
पिता का नाम बाबू शाहबजादा
माता का नाम पंचरत्न कुंवर था।

इनका जन्म १३ नवंबर १७७७ ई० को
बिहार के जगदीश पुर में हुआ,
२६ अप्रैल १८५८ को
वीर सिंह जी का निधन हुआ।

चार भाई में सबसे बड़े थे
तीन भाई इनसे छोटे थे,
अमर सिंह,दयालु सिंह और राजपति सिंह में
सबसे बहादुर वीर कुंवर सिंह थे ।

२३ अप्रैल को इनके नाम से
लोग विजय उत्सव दिवस मनाते हैं,
इनके नाम से सब अपने घरों में
एक -एक दीपक जलाते हैं।

वीर कुंवर सिंह स्वतंत्रता सेनानी थे
अंग्रेजों के दाँत खट्टे किए,
जब तक शरीर में दम था इनको
अंग्रेजों से लड़ते रहे।

खदेड़ -खदेड़ कर अंग्रेजों को मारा
जब तक वे नहीं दम तोड़े,
जब जगदीशपुर युनियन जैक का झंडा उतारा
तब तक चैन की न साँस लिए।

अपने शिखर पर पहुँच कर वे
अपने आप को गौरवान्वित महसूस किए,
भारत माता की गोदी में
बाबू वीर कुंवर सिंह दम तोड़े।


नीतू रानी(वि०शि०)
स्कूल -म०वि० रहमत नगर सदर मुख्यालय पूर्णियाँ बिहार।

0 Likes
Spread the love
Exit mobile version