परिवार से हमारी पहचान
परिवार से हमारी पहचान
यह तो है जीवन को वरदान
सहनशीलता, धैर्य, त्याग,
तपस्या
से होता है, इसका निर्माण
आत्मीयता, प्रेम, मोह,
नैतिकता, समर्पण
से बनता परिवार सामर्थ्यवान
सबसे छोटी समाज की इकाई
पर संस्कारों की होती है खान
संयुक्त हो या एकल
विवाह संस्था से
चलता रहता निर्माण
मानवीय मूल्य, जिम्मेवारी,
संबंधों का देता रहता ज्ञान
देता सहयोग, सुरक्षा, मान सम्मान
समस्याओं का सिखाता समाधान
संबंधों को जोड़ना, निष्ठावान बनाना
देता रहता कर्तव्यों का ज्ञान
जिसके पास होता परिवार
वह है जगत में सबसे धनवान
भारत का यह संदेश
वसुधैव कुटुम्बकम
सारा संसार एक परिवार
सारे परिवार में एक संसार।
अपराजिता कुमारी
उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय
जिगना जगन्नाथ
प्रखंड- हथुआ
जिला- गोपालगंज
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