भाई-दूज – गीत
भाई-दूज हुआ फलदायी, फलित सदा अच्छाई से।
अद्भुत हमने देखा जग में, प्यार बहन का भाई से।।
कहते यम की किसे द्वितीया, आओ हम इसको जाने।
कार्तिक शुक्ल पक्ष शुभकारी, जिसको हम-सब पहचाने।
हार काल भी जाता जिससे, अवगत हो सच्चाई से।
अद्भुत हमने देखा जग में, प्यार बहन का भाई से।।०१।।
बहुत पुरानी कथा कहानी, रीत सभी का हम जाने।
अटल विश्वास से किस्मत की, लेख बदलकर जो माने।।
युद्ध किया है यम से जिसने, हिम्मत रख चतुराई से।
अद्भुत हमने देखा जग में, प्यार बहन का भाई से।।०२।।
भाई की रक्षा करने में, बहना फर्ज निभाई है।
चाह रही पीहर की खुशियाँ, उपवन सी अँगनाई है।।
प्यार-भरे कुछ ऐसे रिश्ते, रहते हैं तरुणाई से।
अद्भुत हमने देखा जग में, प्यार बहन का भाई से।।०३।।
गीतकार:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978

