Site icon पद्यपंकज

सर्दी आई-अशोक कुमार

सर्दी आई

सर्दी आई सर्दी आई,
ठंडी ठंडी हवा बहती पुरवाई।
कप कपाती ठंडी हवाएँ,
सूरज की नई किरण है लाई।।

बूढ़े, बच्चे घरों में दुबके,
सूनी पड़ी अंगनाई।
गरम रजाई कंबल ओढ़,
दादी ने कहानियाँ सुनाई।।

स्वेटर टोपी मफलर गमछा,
दस्ताना मोजा एवं जूता।
सर्दी के हैं वस्त्र सभी,
इनका प्रोयोग करो सभी।।

कूलर फ्रिज को दूर हटाओ,
घर में हीटर जरूर लगाओ।
गर्म पानी का सेवन करो,
सर्दी में तंदरुस्त रहो।।

हरी सब्जियों का है मौसम,
इस मौसम में मिलते हरदम।
गाजर मूली पालक खाओ,
शरीर में चुस्ती फुर्ती लाओ।।

सूर्य का प्रकाश लेना जरूर,
मिलती है विटामिन डी भरपूर।
घरों में आग जलाओ,
सर्दी को दूर भगाओ।।

ठंडा बासी खाना मत खाना,
सर्दी को न मिले बहाना।
गरम पानी से करना स्नान,
स्वस्थ रहने का है निदान।।

अशोक कुमार
न्यू प्राथमिक विद्यालय भटवालिया
नुआंव कैमूर

0 Likes
Spread the love
WhatsappTelegramFacebookTwitterInstagramLinkedin
Exit mobile version