हे जननायक तुमको,
शत-शत करूं प्रणाम|
भारत की अमर कृति,
में अमर तुम्हारा नाम||
माता भीमाबाई के लाल,
पिता राम जी सकपाल|
14 अप्रैल को आया,
एक नायक महान||
जिसने दिया नया विधान,
उनकी है नई पहचान|
हमें दिया सुंदर संविधान,
वो थे इतने महान||
साथ चलना सिखाया,
अधिकारों से अवगत कराया|
दिया एक नया हिंदुस्तान,
वो थे इतने महान||
शिक्षा का खोला द्वार,
सबका किया उद्धार|
दिया सब को पढ़ने का अधिकार,
वो थे इतने महान||
अशोक कुमार
न्यू प्राथमिक विद्यालय भटवलिया
नुआव कैमुर
0 Likes