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जननायक- अशोक कुमार

Ashok

हे जननायक तुमको,
शत-शत करूं प्रणाम|
भारत की अमर कृति,
में अमर तुम्हारा नाम||

माता भीमाबाई के लाल,
पिता राम जी सकपाल|
14 अप्रैल को आया,
एक नायक महान||

जिसने दिया नया विधान,
उनकी है नई पहचान|
हमें दिया सुंदर संविधान,
वो थे इतने महान||

साथ चलना सिखाया,
अधिकारों से अवगत कराया|
दिया एक नया हिंदुस्तान,
वो थे इतने महान||

शिक्षा का खोला द्वार,
सबका किया उद्धार|
दिया सब को पढ़ने का अधिकार,
वो थे इतने महान||

अशोक कुमार
न्यू प्राथमिक विद्यालय भटवलिया
नुआव कैमुर

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