दीपावली का संदेश
******
बच्चों अबकी दीवाली में फुलझड़ियों से मुंह मोड़ो।
दुनिया की भलाई के खातिर तुम पटाखा मत छोड़ो।।
पटाखों से प्रदूषण बढ़ता, होती पैसे की बर्बादी,
तुम घरों में जश्न मनाते कहीं पर भूखी रहती आबादी।
गरीबों के घर दीप जलाकर उनसे नाता जोड़ो।।
हजारों बच्चे पढ़ाई छोड़कर रोज़ करते हैं मजदूरी,
दर-दर की ठोकर खाते हैं चाहे जो हो उनकी मजबूरी।
उनके बीच तुम हाथ बढ़ाकर समाज की जड़ता तोड़ो।।
पर्यावरण प्रदूषण से दुनिया में बढ़ती नई-नई बीमारी,
कभी बाढ़-सुखाड़ आएंगे कभी कोरोना जैसी महामारी।
पर्यावरण विनाश का ठीकरा अपने सिर पर मत फोड़ो।।
जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
म.वि. बख्तियारपुर (पटना)
0 Likes