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पुष्पित हिंदुस्तान है – महाधरणी छंद गीत – राम किशोर पाठक

पुष्पित हिंदुस्तान है – महाधरणी छंद गीत

नमन शहीदों को करें, वीरों का बलिदान है।
जिनके पावन त्याग से, पुष्पित हिंदुस्तान है।।

हाल बुरा सबका यहाँ, अंग्रेजों के काल में।
शीष उठाकर जो चला, गया काल के गाल में।।
फूट हमारी जब रही, पहुँच गए उस हाल में।
सुर से सुर हमने मिला, तिलक लगाकर भाल में।।
दीवानें कुछ हो गए, देकर अपनी जान है।
जिनके पावन त्याग से, पुष्पित हिंदुस्तान है।।०१।।

तन-मन-धन सौंपें सभी, भारत माँ के लाल ने।
हाथ तिरंगा ले लिया, चंदन शोणित भाल ने।।
सपना लिए स्वराज की, चले केशरी चाल में।
भारत की जय बोलते, कूद पड़े जो ज्वाल में।।
उन वीरों के गीत को, गाता सकल जहान है।
जिनके पावन त्याग से, पुष्पित हिंदुस्तान है।।०२।।

नभ को छूता है सदा, अपना ध्वज यह शान से।
आसमान भरता गया, भारत की जय गान से।।
इस दिन का इतिहास है, स्वर्णिम भी बलिदान से।
शौर्य हमारा है यही, रहना है अभिमान से।।
रहते हम-सब हर्ष से, पाया नवल विहान है।
जिनके पावन त्याग से, पुष्पित हिंदुस्तान है।।०३।।

गीतकार:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978

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