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मित्र वही जो – नीतू रानी

Nitu

मित्र वही जो साथ निभाए,

हर संकट में मुझे बचाए।

मित्र वही जो प्रभु गुण गाए,

सत्य राह पर मुझे ले जाए।

मित्र वही जो एक रोटी खाए,

आधी रोटी मुझे खिलाए।

मित्र वही जो मेरे घर आए,

मेरे नहीं रहने पर फ़र्ज निभाए।

मित्र वही जो मेरे पास आए,

बुराईयाँ दूर कर अच्छाईयाँ लाए।

मित्र वही जो मुझे फटकारे,

मेरी गलतियों पर डाँट पिलाए।

ऐसा मित्र कहाँ हम पाएँ,

जो ऐसा सुंदर साथ निभाए।

नीतू रानी

मध्य वि० सुरीगाँव

प्रखंड-बायसी

जिला-पूर्णियाँ,बिहार।

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