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स्वर्ग से सुंदर देश हमारा-रीना कुमारी

स्वर्ग से सुन्दर देश हमारा

स्वर्ग से सुन्दर देश हमारा,
जो हमें सबसे प्यारा है।
जिसकी गोद में हम खेले,
वह भारत देश हमारा है।
स्वर्ग से सुन्दर देश——–
जो हमें सबसे प्यारा——–

हम उस देश के वासी है,
जिस देश में पावन गंगा है।
नित बहती कलकल जिसकी, परम पवित्र जल धारा है।
स्वर्ग से सुन्दर देश ————
जो हमें सबसे प्यारा———

खड़ा हिमालय बता रहा है,
जो पहरेदार हमारा है।
दुशमन से हम डरे कभी न,
ये संदेश हमारा है ।
डटे रहे हम अपने पथ पर,
ये सिरमौर हमारा है।
स्वर्ग से सुन्दर देश——–
जो हमें सबसे————–

भारत भूमि में जन्में हम ,
भारत के वीर सपूत कहलाते है।
देवगण भी इस मिट्टी मे, लोटन को तरस खाते है, पावन पालना देश हमारा है।
स्वर्ग से सुन्दर देश——–
जो हमें सबसे————

प्रकृति का प्यारा ही नहीं,
सब देवों का दुलारा है।
लक्ष्मी का लाडला देश यही,
सरस्वती का न्यारा है।
स्वर्ग से सुन्दर देश———
जो हमें सबसे————-

कहीं नहीं है ऐसा सुन्दर देश,
जिसे प्रकृति ने सजाया है।
हरी हरी सुन्दर ये वसुन्धरा,
चहुँ ओर फैला उजियारा है।
स्वर्ग से सुन्दर देश———-
जो हमें सबसे————–

यहाँ की सभ्यता, संस्कृति
बड़ी ही बेमिशाल है।
सर्व सम्पन्न, शक्तिशाली ये,
इसकी सुन्दरताअपरमपार है।
स्वर्ग से सुन्दर देश ——-
जो हमें सबसे ————-

देश की भाषा, देश की आशा,
सुन्दर कृति हमारा है।
ऐसे देश पे क्यों न इतराये,
यही अरमान हमारा है।
स्वर्ग से सुन्दर देश———-
जो हमें सबसे————-

इस मिट्टी में हम रहते है,
तिरंगा झंडा फहराते है।
तीन रंग का झंडा प्यारा ,
यही राष्ट्रध्वज हमारा है।
स्वर्ग से सुन्दर —–——-
जो हमें ——————-

ये शान तिरंगा मान तिरंगा,
ये अभिमान तिरंगा है। अनेकता में एकता का,
सुन्दर पहचान हमारा है।
स्वर्ग से सुन्दर————
जो हमें——————-

वतन पर अपनी जान लुटा दें,
ये भारत भूमि हमारा है।
सर्वस्व निछावर कर दें इसमें,
प्यारा भारत वर्ष हमारा है।
स्वर्ग से सुन्दर देश——–
जो हमें ————————–

 

स्वतंत्रता दिवस

15अगस्त ऐसा दिन आया ,
खुशीयों से भरे पल लाया।
वीरों की गाथा गाने का,
शहीदों के बीलदानों का,
स्वतंत्र भारत का दर्श,
दिखाने का दिन आया।
वही स्वतंत्रता का दिन आया।
यादों का कुछ लम्हा लाया।
वही स्वतंत्रता का———–

लक्ष्य की राह बताने को,
संधर्ष को याद दिलाने को।
हममें प्रेम भाव जगाने को,
सच की राह सिखाने को,
वीर सेनानी की महता आज
बताने का दिन आया।
वही स्वतंत्रता का दिन आया।
यादों का कुछ —————-
वही स्वतंत्रता का———–

स्वतंत्रता सेनानी के कर्म की
उनके हर प्रयास सघर्ष की।
सने हाथ लहुं अंग्रेजो की,
कहानी बीर जबानों की,
जान की बाजी जो लुटाये,
यही महत्ता का दिन आया।
वही स्वर्णिम दिवस है आया।
वही स्वतंत्रता का दिन आया।
यादों का कुछ————–

आजादी हमारी शान है,
यही हमारी मान है।
तिरंगा झंडा अभिमान है,
यही हमारी पहचान है।
भारत भूमि की संतान है।
भाव जगाने का दिन आया।
वही स्वंतंत्रता का दिन आया,
यादों का कुछ लम्हा लाया।
वही स्वतंत्रता—————

सभ्यता और संसकृति
हमेशा ही बरकरार मिले,
हिन्दु मुस्लिम सिख इसाई ,
से भरे हिनुस्तान मिले।
रहे हम सब यूं ही सब
आपस में मिल जुलकर,
मस्जिद में अल्लाह और मंदिर में भगवान मिले।
वही स्वतंत्रता का दिन आया।
यादों का कुछ—————

रीना कुमारी
बायसी, पूर्णियाँ, बिहार

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