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कृमि का दवा खाएँ- नीतू रानी

Nitu


चलो बच्चो चलो कृमि की दवा खाएँ,
कृमि दवा खाकर कृमि दिवस मनाएँ।

सुनो बच्चो सुनो कैसे हम दवा खाएँ,
खाना खाने के बाद हीं हम इसे खाएँ।

खाने से पहले कभी न इसे खाएँ,
न कभी खाली पेट में इसे खाएँ।

यदि तुम इसको खाली पेट में खाओगे,
जिंदगी भर तुम सदा पछताओगे।

इसीलिए खाना खाने के बाद खाना,
पेट के अंदर छिपे कृमि को मार भगाना।

पेट में कृमि रहने पर पेट दर्द होता है,
भूख नहीं लगता था जी मिचलता है।

जब रात को तुम सोता है तेरा दाँत कटकटाता है,
पाखाना जब करता गुदामार्ग खुजलाता है।

आओ बच्चों आओ सब मिलके दवा खाएँ,
सभी एकसाथ मिलके कृमि दिवस मनाएँ।


नीतू रानी
स्कूल का नाम-म०वि०सुरीगाॅ॑व प्रखंड-बायसी जिला-पूर्णियाॅ॑ बिहार।

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