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महाराणा प्रताप – नीतू रानी

Nitu

” महाराणा प्रताप की खुद्दारी
भारत माता की पूँजी है,
ये वो धरती है जहांँ कभी

चेतक की टापें गूँजी है।”

आज है 09 मई का दिन
आज़ के दिन हैं बड़े महान,
आज हीं जन्म लिए राणा जी
गाते हैं उनके लिए जय गान।

इनका जन्म 09 मई 1540 को
राजस्थान कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ,
इनके पिता महाराणा उदय सिंह
जयवंत माता ने इनका लालन-पालन किया।

बच्चे से थे ये आज्ञाकारी
बुद्धि इनके गह-गह में भरा,
मिला आशीर्वाद माता -पिता
कुल का नाम ये रौशन किया।

पेशा इनका महाराजा था
अजबदे इनकी पत्नी थी,
ग्यारह शादी की इन्हौंने
जिनसे संतान 22 हुई।

17 पुत्र 05 पुत्रियाँ
बचपन का नाम इनका कीका था,
छोटे से थे वीर बहादुर
इनके प्रिय घोड़ा 🐎का नाम चेतक था।

ये शासन किए 29 वर्ष
राज्य इनका सीमा मेवाड़ था,
महाराजा का पहला राज्याभिषेक
28 मई 1572 में गोगुंदा में हुआ।

हुआ तीन राज्याभिषेक राणाजी का
स्थान का नाम गोगुंदा, कुंभलगढ़ दुर्ग और जोधपुर था,
कई वर्षों तक मेवाड़ जीतने के लिए
अकबर से ये युद्ध किया।

कितने सैनिक को ये मारे
कितने को ये घायल किया,
जान पर खेलकर लड़ते रहे वो
मुगल का छक्का छुड़ा दिया।

इनकी सेना मुगलों की सेना को
पीछे हटने पर मजबूर किया,
इसी युद्ध में इनके प्रिय चेतक
घायल होकर गिर पड़ा।

शासन किए 1568 से 1597 तक
अपना सर न झुकने दिया,
29 जनवरी 1597 को
लड़ते -लड़ते शरीर त्याग किया।

ऐसे वीर शुरवीर सम्राट का
मना रहे सब जन्म दिवस,
हमसब भारत वासी मिलकर
करते हैं शत्- शत् बार नमन।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏


नीतू रानी
स्कूल -म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ बिहार।

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