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कोरोना भाई – नीतू रानी

विषय -मेरी माँ
शीर्षक -सबसे अच्छा कोरोना भाई

कोरोना भाई

मेरे लिए अच्छा रहा ईस्वी १९, से २३ का करोना
जो मेरी माँ को कहा अभी माँजी
आपको नहीं है मरना।

ईस्वी २४ लाया मनहूस का मंजर,
जिसने मेरी माँ पर फेंका खँजर।

ऐसा ईस्वी अब कभी न आए ,
जो किसी के माँ को ले जाए।

डर लगता सुनकर ईस्वी चौबीस,
जिसमें भरा हुआ खाली विषय हीं विष ।

ये चौबीस मुझे नहीं सुहाता,
माँ के लिए रह -रह के रुलाता।

कोरोना मेरी माँ को स्वस्थ रखा,
मांँ के मौत को रोककर रखा।

चौबीस आया रावण रुप धरकर,
छल से ले गया मेरी माँ को हरकर।

मार्च चौबीस है हमें रुलाई,
छीनकर ले कर बेटी की माई।

इससे तो अच्छा कोरोना भाई,
जो मेरी माँ की रखा जान बचाई।

अब मेरे जिंदगी में न आना मार्च महीना,
जो मेरी माँ को है हमसे छीना।

धन्यवाद तेरा कोरोना भाई,
उन्नीस से तेईस तक तुने मेरी माँ को बचाई।


नीतू रानी
स्कूल -म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ बिहार

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