आज दर्द की महफ़िल में, अश्क़ों ने कुछ ऐसा समाँ बाँधा, डूबा डाला सबको अपने ही रंग में, सपनों के घूँघरु टूटे, शिशे दिल के टुकड़े सरे आम हुए। बेबसी…
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तू मेरी कली- डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा
मैं बगिया हूँ तू मेरी “कली” माँ “तरू” है तू उसकी डाली, बड़े प्यार से तुझको सींचा है वह धरा की है सुंदर माली। तू”खिलना” जितना जी चाहे मत…
दहलीज में सिमटी जिंदगी का सबक- विकास कुमार
भीड़ भरी इस दुनिया में कूप सन्नाटा पसरा है। जब हवा ही कातिल हुई, फिर किस सांस का आसरा है।। घुटनों के बल अब सत्ता है। दंभ, ज्ञान,सामर्थ्य अब, लगता…
प्रकृति का उपहार-जयकृष्णा पासवान
प्रकृति का उपहार एक बेल है सौंदर्य ,चंदन का मून । पेट लीवर सब ठीक करें, स्वास्थ्य वर्धक के गुण।। कन- कन बेल की वो मिठास, कई रोगो के नाशक…
गोरैया – नवाब मंजूर
ओ री गोरैया सुन री गोरैया… मेरी सोन चिरैया! सदा से मुझे तू भायी है जब जब रोया हंसायी है… तेरा फुदकना तेरा चहकना घर आंगन की शान है तू…
शिक्षक विदाई गीत -मणिकांत मणि
विदाई के घड़ी,मन की व्यथा, क्या-क्या सुनाऊं मैं? ये है विछुड़न की पीड़ा जो, किसी से कह न पाऊं मैं? शिक्षा दान करने का तरीका, आपका अनमोल। भीतर से स्नेह…
TEACHER-नीतू रानी
विजय सर आप क्यूँ चले गए। आप क्यूंँ चले गए कौन संभालेगा पद्यपंकज का कार्य रो रहा आपके लिए टी ओ बी परिवार आप क्यूँ चले गए। आप थे मृदु…
एक श्रद्धांजलि-गिरिधर कुमार
वह बरगद, वह बरगद की छांव… सभी के लिए स्वीकार मन में, सभी के लिए प्यार मन में, वह छांव नहीं है अब! …है, अब भी है, हर शिक्षक शिक्षार्थी…
एक वृक्ष की करुण व्यथा-प्रीति
एक वृक्ष की करुण व्यथा छोटा सा मैं नन्हा पौधा, सड़क किनारे पनप रहा था। आते जाते मुसाफिरों को देख देख घबड़ा जाता था कुचल न दे कोई मुझको सोच…
भूकंप-लवली कुमारी
भूकंप तेज आंधी और सुनामी हुद हुद जैसे तूफान भूकंप आई है लेकर अपने साथ कितने सामान। जहां बिखर कर रह गए हैं सबके अरमान कैसा तू लाया है अपने…