तर्ज -सावन का महीना पवन करे शोर—-२। भैया दिवस गीत जेठक महीना तारीख 24 दिन बुधवार सब बहिना मनाबै आय भैया दिवस के त्योहार। बचपन में हम भैया संग खेललौं,…
Category: Festival
मेरा तो बस जान है भाई – मनु कुमारी
सब बहना का मान है भाई पापा का अभिभान है भाई कोई मेरे दिल से पूछो मेरा तो बस जान है भाई। जिम्मेदारी का नाम है भाई वटवृक्ष की छांव…
कुंडलियां छन्द – मनु कुमारी
कुंडलियां छन्द-मैथिली ( बैसाखी पर्व पर ) बैसाखी पाबैन में,दुलहिन रहूं जुड़ाय। अचल रहय अहिबात आ, सुन्दर बनय सुभाय।। सुन्दर बनय सुभाय,पतिव्रत धर्म निभायब। करि उत्तम आचार,पितर के मान बढ़ायब।।…
शिव प्रार्थना- मीरा सिंह “मीरा”
मन मेरा है बना शिवाला रहता उसमें डमरू वाला डम डम डमरू बजा रहा है मन नाचे होकर मतवाला।। सांसो की है बजे बांसुरी जपती रहती शिव की माला। वो…
शिवे संग हम गौरी बियाहब-नीतू रानी
नमन मंच 🙏🙏 विषय- शिवरात्रि शीर्षक-शिवे संग हम गौरी बियाहब। शिवे संग हम गौरी बियाहब नै तेअ कुमारी ये रहब ना। तेंतीस करोड़ देवता में शिव वर ढ़ँढलौं शिव सन…
सरस्वती वन्दना- जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
दे विमल बुद्धि भावना, माँ शारदे है प्रार्थना , ऐसी शक्ति दे मां कर सकूं, हर संकटों का सामना। बालक बड़ा नादान हूं, धर्म-कर्म से अनजान हूं, जैसा भी हूं…
चलो गणतंत्र मनाते हैं- रूचिका
चलो एक बार फिर जश्न मनाते हैं, आज़ादी का मंत्र और नियमों का है तंत्र गणतंत्र मनाते हैं। राजनीति पर देखो जातीयता हावी है, भाई भतीजावाद और क्षेत्रीयता प्रभावी है,…
वसंत- संजय कुमार
भेज के पाती फाग पूछत है मीत वसंत में आवत है! तीसी, मटर, सरसो खेत में पवन संग झूमत खेलत है देख के गेंहू गाभ के अंदर मंद-मंद मुस्कवात है।…
डूबते को सहारा- विनय विश्वा
डूबते को सहारा ये सिखाती है पानी की धारा कभी पतवार बन कभी सवार बन। उगते को सब सलाम करते हैं आज डूबते को भी पूजा गया इस आशा के…
लोकआस्था- रूचिका
लोकआस्था और भक्ति भाव लेकर ह्रदय में, विश्वास और समर्पण लेकर हर मन में, ऊँच नीच,अमीर गरीब का भेद भुलाकर, जाति-पाँति को छोड़ सब संग चल पड़े साधना का अर्घ्य…