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बचपन – बाल गीत – राम किशोर पाठक

Ram Kishor Pathak

हिंदी - किशोर छंद

 

 

बच्चे मिलकर जश्न मनाए।

धमा चौकड़ी धूम मचाए।।

अनुपम हर क्षण है जीवन का।

सफर सुहाना है बचपन का।।

हरपल प्यारा सबका न्यारा।

लेकर खुशियों की यह धारा।।

उछल-कूद हरपल हर्षाए।

धमा चौकड़ी धूम मचाए।।०१।।

बिना फिकर चिंता के रहते।

कभी लड़े तो कभी झगड़ते।।

पल भर में फिर से मिल जाते।

संग सभी नव खेल रचाते।।

मन मोहक जो सबको भाए।

धमा चौकड़ी धूम मचाए।।०२।।

इसे व्यर्थ मत जाने देना।

मजे सभी इसके ले लेना।।

नहीं दुबारा आने वाला।

जीवन भर ललचाने वाला।।

याद यही जीवन भर आए।

धमा चौकड़ी धूम मचाए।।०३।।

गीतकार:- राम किशोर पाठक 

प्रधान शिक्षक 

प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला

बिहटा, पटना, बिहार।

संपर्क – 9835232978

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