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धरती को स्वर्ग बनाएं-जैनेन्द्र प्रसाद रवि

Jainendra

धरती को स्वर्ग बनाएं

आओ बच्चों मिल जुल कर हम स्वच्छता अपनाएं,
पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त कर धरती को स्वर्ग बनाएं।
नदियों में नाले बहाने से जल प्रदुषित होता है,
स्वच्छ पानी पीने से हमारा मन मुदित होता है।
यदि स्वस्थ रहना है तो घर-घर शौचालय अपनाएं।
पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त कर धरती को स्वर्ग बनाएं।।
शुद्ध हवा में स्वांस लेने से बढ़ती है जीवन शक्ति,
फेफड़ा भी मजबूत रहेगा, मिलती है रोगों से मुक्ति।
कूडा-कचरा कूड़ेदान में डालें, यत्र-तत्र नहीं फैलाएं।
पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त कर धरती को स्वर्ग बनाएं।।
पेड़-पौधे कटते जा रहे, यहां नष्ट हो रहे हैं जंगल,
धरती बन गई गैस की चैंबर, पानी के लिए होता है दंगल।
प्रर्यावरण बचाना है तो हम सब नए वृक्ष लगाएं।
पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त कर धरती को स्वर्ग बनाएं।।
वातावरण में धूल-धुएं और गैस से दम घुटता है,
बेतरतीब वाहन प्रयोग से ध्वनि प्रदूषण बढ़ता है।
यात्रा करने के लिए हम सार्वजनिक वाहन अपनाएं।
प्रदूषण से लड़ना है तो प्लास्टिक मोह छोड़ना होगा,
कागज, कपड़ा थैला हेतु फिर से जंग छेड़ना होगा।
खेतों में हरियाली और हर घर को चमन बनाएं।
पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त कर धरती को स्वर्ग बनाएं।।

जैनेन्द्र प्रसाद रवि
पटना, बिहार

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