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पर्यावरण-अशोक कुमार

पर्यावरण

पृथ्वी वीरान पड़ी, विकट समस्या खड़ी।
स्वयं एक एक पेड़, आप भी लगाइए।।

पेड़ों की कटाई रोकें, बर्षा इसी से होखें।
फल फूल हमें देवें, इसे तो बचाइए।।

मिट्टी की कटाई रोकें, औषधि इसी से होखें।
हमें ऑक्सीजन देवें, सबको बताइए।।

पॉलिथीन के प्रयोग ने, मिट्टी को बर्बाद किया।
कभी नहीं सड़े गले, इसको हटाइए।।

कपड़े का थैला लाए, धरती को भी बचाएं।
इसमें सामग्री लाएं, सबको बताइए।।

जल संचय कराएं, इससे सिंचाई हो पाए।
पीने योग्य जल को भी, सिंचाई में न लगाइए।।

वर्षा के जल को आप, व्यर्थ न बहाइए।
इसे सिंचित करके, सिंचाई में लगाइए।।

अशोक कुमार
न्यू प्राथमिक विद्यालय भटवलिया
नुआंव कैमूर

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